चीन के बाद अब अमेरिका में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे है। अन्य वेरिएंट्स की तुलना में कोरोना का नया XBB.1.5 वेरिएंट बेहद खतरनाक है। अमेरिका में कोरोना के 40 प्रतिशत से अधिक लोग ओमिक्रॉन XBB.1.5 वैरिएंट का शिकार हो चुके है। आपको बता दें कि एफडीए के वैज्ञानिक और वैक्सीन कंपनियां टीकाकरण, संक्रमण दर और अन्य डेटा का अध्ययन करेंगी ताकि यह तय किया जा सके कि दो-खुराक वैक्सीन के मुकाबले एक शॉट किसे दिया जाना चाहिए।
अमेरिका की 80 फीसदी आबादी को कम से कम एक वैक्सीन खुराक मिली है, जिनमें से महज 16 फीसदी लोगों को ही अगस्त में अधिकृत नवीनतम बूस्टर प्राप्त हुए है। एफडीए के वैज्ञानिकों का मानना है कि वैक्सीन के कारण अमेरिकियों में अब काफी इम्यूनिटी बन गई है। बुजुर्गों और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए वार्षिक फ्लू शॉट की तरह COVID-19 टीकाकरण की आवश्यकता हो सकती है। एफडीए के प्रस्ताव के तहत, एजेंसी, स्वतंत्र विशेषज्ञ और निर्माता सालाना तय करेंगे कि गर्मियों की शुरुआत में किस स्ट्रेन को टारगेट किया जाए, जिससे पहले ही नए कोरोना शॉट्स का उत्पादन और लॉन्च किया जा सके। अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 23 जनवरी को वयस्कों और बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए साल में एक बार COVID शॉट्स लगाने का प्रस्ताव जारी किया है।
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