अक्सर ऐसा कहा जाता है कि टेंशन और स्ट्रेस एक ऐसी चीजें हैं, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला करती जाती हैं। ज्यादा स्ट्रेस और टेंशन में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को देखा जाता है। महिलाएं को इसके कारण कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस स्ट्रेस का सबसे अधिक असर महिलाओं के पीरियड्स पर पड़ता है। पीरियड्स के दौरान अपनी मिल्स स्किप ना करें। लगातार पैड बदलते रहे। अगर आप कम bleeding होने पर एक ही पैड लंबे समय तक इस्तेमाल करती हैं तो ऐसा ना करें। ऐसा करने से Infection हो सकता है। Hygiene का ध्यान रखें। इन दिनों मिठा खाने की या फिर जंक फूड खाने की बहुत craving होती है। ऐसे में आप इन चीज़ों को Avoid करें। यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। इससे आपका वजन बढ़ सकता है।
इसके अलावा अगर आपको अनियमित पीरियड्स होते हैं तो आप इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना तो जरुरी है ही लेकिन इसके साथ ही क्यों न अपनी किचन में ही इसका इलाज ढूंढा जाए। दालचीनी इसमें रामबाण साबित हो सकती है। पीरियड्स को रेगुलर करने के साथ-साथ इस दौरान होने वाले दर्द से भी बचाने में दालचीनी काफी लाभदायक है। इतना ही नहीं, इसमें मौजूद हाइड्रोऑक्सिचलकोन पीरियड्स के दौरान इन्सुलिन के स्तर को समान स्तर पर बनाए रखता है। स्ट्रेस और मोनोपोस के कारण Irregular periods को दूर करने का रामबाण इलाज है कच्चा पपीता। इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व जैसे आयरन, कौरोटीन, कौल्शियम, विटामिन ए और सी गर्भाश्य की सिकुड़ी हुई मांसपेशियों को फाइबर पहुंचाने का काम करती हैं। कुछ महीनों तक कच्चा पपीता खाएं या फिर उसका जूस पीएं।