मुजफ्फरपुर में 12 दिनों में अब तक 64 बच्चों को यह बीमारी लील गई है। 120 से ज्यादा अस्पतालों में भर्ती हैं। इन खामोश बच्चों के बीच चीत्कार करते परिजनों से माहौल गमगीन है। हर चेहरे पर खौफ। अपने लाल को खोने का डर है। बच्चों की हर हिचकी कलेजा धड़का रहीं हैं... मासूमों की मौत का मातम क्या व्यवस्था सुन पा रही है?