Publish Date: 03 Aug, 2025
Author: Anjum Qureshi
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Fourth Sawan Somwar 2025 : सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। यह महादेव का प्रिय महीना होता है। इस पूरे माह महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस माह में पड़ने वाले सोमवार का भी बहुत महत्व होता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखते हैं और शिवलिंग पर अभिषेक करते हैं। इस माह में चार सोमवार आते हैं। हर सोमवार की तरह चौथा और अंतिम सोमवार बहुत खास होता है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से सारी परेशानियां दूर हो जाती है। आइए जानते हैं अंतिम सोमवार की तिथि, शुभ मुहूर्त, शुभ योग और पूजा विधि।
सावन के अंतिम सोमवार की तिथि
इस बार सावन शुक्ल दशमी तिथि के दिन सावन का अंतिम और चौथा सोमवार है।
सावन का चौथा सोमवार 4 अगस्त 2025 को होगा।
दशमी तिथि सुबह 11 बजकर 41 मिनट तक रहेगी।
पूजा के शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 02 मिनट तक रहेगा।
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से दोपहर 03 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।
अमृत काल- शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से 03 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
सावन के चौथे सोमवार पर बनेंगे 4 शुभ योग
सावन के अंतिम और चौथे सोमवार पर बनेंगे 4 शुभ योग।
सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 05 बजकर 44 मिनट से सुबह 09 बजकर 12 मिनट तक रहेगा।
ब्रह्म योग- प्रातःकाल से लेकर सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगा।
अनुराधा नक्षत्र- प्रातःकाल से लेकर सुबह 09 बजकर 12 मिनट तक रहेगा।
इंद्र योग- इंद्र योग पूरे दिन रहेगा।
रवि योग- रवि योग पूरे दिल रहेगा।
पूजा विधि
सावन के अंतिम सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें।
स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
इसके बाद व्रत का संकल्प लें।
घर और मंदिर की अच्छी तरह से साफ.सफाई करें।
इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं।
पुष्प और बेलपत्र अर्पित करें।
इसके बाद भोग लगाएं।
अंत में शिव आरती करें।
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट, लोक मान्यताओं और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।