Ajmer Dargah Case: अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह को लेकर आज सिविल कोर्ट में सुनवाई होगी। पिछले साल 27 नवंबर को एक याचिका दायर की गई थी जिसमें दावा किया गया है कि अजमेर दरगाह में पहले संकट मोचन शिव मंदिर था। यह याचिका हिंदू सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सरिता विहार निवासी विष्णु गुप्ता ने की है। आपको बता दें सबूत के तौर पर एक किताब पेश की गई है। यह किताब 1911 में लिखी गई थी। वहीं अजमेर का इतिहास 850 साल पुराना बताया जाता है। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती 1195 में हिन्दुस्तान में आए और 1236 में निधन हुआ। इस खबर के बारे में अधिक जानकारी के लिए देखें यह वीडियो...