Publish Date: 16 May, 2025
Author: Anjum Qureshi
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Mahesh Navami 2025 Date : ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी मनाई जाती है। यह दिन महादेव को समर्पित है। महादेव को महेश नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। महेश नवमी के दिन व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव के मंदिरों को सजाया जाता है और विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। आइए जानते हैं इस दिन की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
महेश नवमी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
- महेश नवमी ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है।
- नवमी तिथि की शुरुआत- 03 जून रात 09 बजकर 56 मिनट पर होगी।
- नवमी तिथि का समापन- 04 जून रात 11 बजकर 54 मिनट पर होगा।
- महेश नवमी 04 जून को मनाई जाएगी।
- ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 02 मिनट से 04 बजकर 42 मिनट तक।
- विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से 03 बजकर 36 मिनट तक।
महेश नवमी शुभ योग
- महेश नवमी के दिन शुक्ल योग का निर्माण हो रहा है।
- इस दिन शिव वास योग का निर्माण हो रहा है।
- भगवान शिव की पूजा के लिए शिव वास योग बहुत खास माना जाता है।
महेश नवमी का महत्व
महेश नवमी का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव अपने भक्तों के सामने पहली बार प्रकट हुए थे। संतान प्राप्ति की इच्छा करने वाली महिलाओं के लिए भी यह दिन विशेष होता है। मन से प्रार्थना करने से महादेव सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार पत्थर हो चुके 72 क्षत्रियों को भगवान महेश और मां पार्वती ने ऋषियों के श्राप से मुक्त किया था। मां पार्वती ने क्षत्रियों को आशीर्वाद दिया था कि तुम्हारे कुल पर हमारी छाप रहेगी और यह वंश वंशाहेश्वरी के नाम से जाना जाएगा। माहेश्वरी समाज में महेश नवमी का बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट, लोक मान्यताओं और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।