Publish Date: 28 Dec, 2024
Author: Anjum Qureshi
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Putrada Ekadashi 2025: पुत्रदा एकादशी का बहुत महत्व होता है। इस दिन व्रत रखने की परंपरा है।इस दिन व्रत करना बेहद शुभ माना जाता है। यह व्रत संतान सुख की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है। इस व्रत को रखने और पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कब रखा जाएगा यह व्रत, तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।
पुत्रदा एकादशी की तिथि
पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी मनाया जाता है।
एकादशी तिथि का शुरुआत - 9 जनवरी दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर होगा।
एकादशी तिथि का समापन - 10 जनवरी सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर होगा।
पुत्रदा एकादशी व्रत 10 जनवरी को रखा जाएगा।
पुत्रदा एकादशी का महत्व
यह व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। इस दिन विधिपूर्वक भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसक अलावा घर में सुख-शांति बनी रहती है। इस व्रत को रखने की पीछे मान्यता है कि राज सुकंतुमान के संतान नही थी जिस कारण वह दुखी रहते थे। राजा को एक ऋषि ने सलाह दी कि वह यह व्रत रखे। व्रत रखने से राजा के यहां संतान हुई।
पूजन विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठें।
जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
इसके बाद व्रत कर संकल्प लें।
घर और मंदिर की अच्छी तरह से सफाई करें।
इसके बाद भगवान विष्णु की मुर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
में भगवान विष्णु की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं।
इसके बाद फूल माला अर्पित करें।
भगवान विष्णु को फल, पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें।
पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें।
अंत में आरती करें।
विष्णु सहस्रनाम, भगवद्गीता और एकादशी व्रत कथा का पाठ करें।
इसके बाद प्रसाद वितरण करें।