Publish Date: 23 Jan, 2025
Author: Anjum Qureshi
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Republic Day 2025: 26 जनवरी 2025 को भारत का 76 वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में आत्मनिर्भर भारत की झलक देखने को मिलेगी। हर साल की तरह इस साल भी गणतंत्र दिवस परेड खास होने वाली है। इस परेड में सेना के शौर्य के साथ-साथ भारत के विभिन्न राज्यों की झांकी दिखाई जाएंगी। ये झांकियां भारत विविधता और अनेकता में एकता को दर्शाएगी। इस बार की परेड में भारत के राजकीय मेहमान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो होंगे। विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि पीएम नरेंद्र मोदी का आमंत्रण इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है।
गणतंत्र दिवस पर भारत के राजकीय मेहमान होंगे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो
भारत के गणतंत्र दिवस पर राजकीय मेहमान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो होंगे। वह 25-26 जनवरी को भारत के आधिकारिक दो दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली आएंगे। उनकी भारत यात्रा काफी अहम् बताई जा रही है क्योंकि दोनों देशों के बीच कुछ अहम समझौतों पर हस्ताक्षर भी होने की संभावना है। गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आए मुख्य अतिथि का विशेष स्वागत किया जाता है। उन्हें भारत के राष्ट्रपति के सामने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ सम्मान दिया जाता है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुबियांतो की यह पहली भारत यात्रा है। वह अक्टूबर, 2024 में ही इंडोनेशिया के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं। पीएम मोदी की राष्ट्रपति सुबियांतों के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। जिनमें कई अहम् मुद्दों पर चर्चा होगी।
कैसे होता हैं राजकीय मेहमान का चुनाव
गणतंत्र दिवस में राजकीय मेहमान के चुनाव के लिए विदेश मंत्रालय कई अहम् बातों पर विचार करता है। जिस देश के मेहमान को बुलाया जा रहा है भारत के साथ उसके संबंधों का काफी ध्यान रखा जाता है। वहीं इस बात का भी खास ध्यान रखा जाता है कि किसी देश से अतिथि को बुलाने पर अन्य देशों के साथ संबंध खराब न हों। इन सभी चाज़ों को ध्यान में रखकर लिस्ट बनाई जाती है। इस लिस्ट को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है। इसके बाद जिन देशों को अप्रूवल मिल जाता है उन देशों से चीफ गेस्ट को आमंत्रित करने और उनके पूरे कार्यक्रम की योजना बनाने का काम किया जाता है। खबरों की मानें तो मुख्य अतिथि के आमंत्रण की तैयारी, विशेष तरह मेहमान नवाजी देने की व्यवस्था, गार्ड ऑफ ऑनर देना और सुरक्षा से लेकर अन्य कार्यक्रमों की तैयारी लगभग 6 महीने पहले से ही शुरु हो जाती है। आपको बता दें कि भारत का पहला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था। उस समय इंडोनेशिया के तत्कालीन राष्ट्रपति सुकर्णाे को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था।