प्रवीण जाधव ने भारत के लिए वो कर दिखाया है, जिसका सपना देश के हर खिलाड़ी के दिल में होता है। अपने घर की गरीबी मिटाने की खातिर धनुष उठाने वाले प्रवीण जाधव ने वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर ओलिंपिक में जाने का रास्ता साफ कर लिया है। प्रवीण के तीरंदाजी का खेल चुनने के पीछे सबसे बड़ी वजह उनके घर की गरीबी ही थी। प्रवीण ने अपने परिवार की गरीबी मिटाने के लिए लगभग छह साल पहले धनुष उठाया था। प्रवीण ने ये भी बताया कि कैसे उनके टीचर और कोंच ने उन्हों प्रोत्साहित किया और उनका करियर संवार दिया। हालात कैसे भी हो लेकिन ये बात प्रवीण जाधव साबित करते हैं कि जहां चाह होती हैं वहीं राह होती।