Publish Date: 27 Jul, 2025
Author: Anjum Qureshi
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Third Mangala Gauri Vrat 2025 : सावन मास के मंगलवार का बहुत महत्व होता है। इस दिन मां गौरी की पूजा होती है। सावन मास के सोमवार भगवान शिव को समर्पित हैं उसी तरह सावन के मंगलवार भी माता पार्वती को समर्पित होते हैं। इस दिन पूरे विधि विधान से मां गौरी की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। तीसरा मंगला गौरी व्रत श्रावण मास के तीसरे मंगलवार को रखा जाएगा। यह दिन नवविवाहित महिलाओं के लिए ही बहुत महत्वपूर्ण होता है महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं। आइए जानते तिथि, शुभ मुहूर्त और लाभ।
तीसरे मंगला गौरी व्रत की तिथि
- कृष्ण पक्ष की द्वादशी व त्रयोदशी तिथि को सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा।
- सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत 29 जुलाई को रखा जाएगा।
तीसरे मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 03 बजकर 59 मिनट से 04 बजकर 41 मिनट तक।
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 31 मिनट तक।
- अमृत काल- सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 01 बजकर 25 मिनट तक।
- निशिता मुहूर्त- रात 11 बजकर 43 मिनट से 30 जुलाई रात 12 बजकर 26 मिनट तक।
मंगला गौरी व्रत के लाभ
मंगला गौरी व्रत में मां गौरी की पूजा की जाती है। सावन के तीसरे मंगलवार व्रत रखने और पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। मां गौरी और महादेव का आशीर्वाद बना रहता है। इस व्रत को रखने से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। वैवाहिक जीवन में सौहार्द, प्रेम और खुशहाली आती है। घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। महिलाओं को सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है। संतान से संबंधित परेशानियों से मुक्ति मिलती है। यह व्रत संतान प्राप्ति के लिए भी उत्तम बताया गया है। इस व्रत से धन-धान्य, यश-कीर्ति में वृद्धि होती है।
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट, लोक मान्यताओं और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।