Publish Date: 16 Jan, 2025
Author: Anjum Qureshi
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Saif Ali Khan Nawab Title: सैफ अली खान को किसी अज्ञात शख्स ने चाकू मारकर घायल कर दिया है। इस घटना के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनका ऑरेशन चल रहा है। सैफ बॉलीवुड के जाने-माने सितारें हैं उनके लाखें फैंस हैं जो उनके लिए दुआ कर रहे हैं। सैफ अली खान को बॉलीवुड का नवाब कहा जाता है। उन्हें सभी प्यार से छोटे नवाब के नाम से पुकारते हैं। लेकिन क्या आपको बता दे कि उन्हें नवाब नाम से क्यों पुकारा जाता है। आइए जानते है सैफ अली खान के नाम और उनकी पटौदी रियासत के बारे में।
क्यों कहा जाता है सैफ अली खान को नवाब
बॉलीवुड में नवाब नाम से मशहूर सैफ अली खान शाही खानदान से ताल्लुक रखते हैं। अदाकारा शर्मिला टेगौर और भारतीय क्रिकेटर टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान की पहली संतान है सैफ अली खान। उनकी दो छोटी बहनें सबा अली खान और सोहा अली खान भी हैं। पटौदी रियासत के 9वें नवाब मंसूर अली उर्फ टाइगर ने 1952 से 1971 के बीच शासन किया। वहीं सैफ अली खान का जन्म 16 अगस्त 1970 को हुआ था। इस तरह वह पटौदी खानदान के 10वें नवाब बन गए। परंतु साल 1971 में रियासतों के समाप्त होने के बाद नवाब जैसी उपाधियों को खत्म कर दी गईं लेकिन यह नाम सैफ अली खान के साथ जुड़ गया। सैफ अली खान ने अपनी एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में बहुत नाम कमाया है।
जानें पटौदी रियासत का इतिहास
पटौदी रियासत का इतिहास लगभग 200 साल पुराना हैं। सन् 1408 में अफगानिस्तान से सैफ अली खान के पुरखे सलामत खान भारत आए थे। कहा जाता है सलामत खान के पोते अल्फ खान ने मुगल सुल्तानों का कई लड़ाईयों में साथ दिया। जिसके बाद उन्हें राजस्थान और दिल्ली की जमीने तोहफे में मिली। इसी के साथ 1804 में पटौदी रियासत की स्थापना हुई। फैज तलब खान से पटौदी के नवाबों की शुरुआत मानी जाती है।
पटौदी रियासत के नवाब
1) फैज तलब खान- 1804 से 1829 तक
2) नवाब अकबर अली सिद्दकी खान- 1829 से 1862 तक
3) मोहम्मद अली ताकी सिद्दकी खान- 1862 से 1867 तक
4) मोहम्मद मोख्तार सिद्दकी खान- 1867 से 1878 तक
5) मोहम्मद मुमताज सिद्दकी खान- 1878 से 1898 तक
6) मोहम्मद मुजफ्फर सिद्दकी खान- 1898 से 1913 तक
7) मोहम्मद इब्राहिम सिद्दकी खान- 1913 से 1917 तक
8) इफ्तिखार अली हुसैन सिद्दकी- 1917 से 1952 तक
9) मंसूर अली खान- 1952 से 1971 तक
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।