Winter Solstice 2020: आज साल का सबसे छोटा दिन, बढ़ेगी ठंड, 400 साल बाद आसमान में बेहद करीब दिखेंगे jupiter-saturn

Publish Date: 21 Dec, 2020
Winter Solstice 2020: आज साल का सबसे छोटा दिन, बढ़ेगी ठंड, 400 साल बाद आसमान में बेहद करीब दिखेंगे jupiter-saturn

Winter Solstice 2020: (21 दिसंबर 2020) आज का दिन 2020 का सबसे छोटा दिन और लंबी रात होने वाली है। इसको Winter solstice के मान से जाना जाता है। सूरज  Winter solstice के दिन कर्क रेखा से मकर रेखा की तरफ North से south की तरफ प्रवेश करता है। इस समय सूर्य की किरणें बहुत कम समय के लिए पृथ्वी पर पड़ती हैं। सूरज आज करीब 8 घंटे रहेगा और सूर्य के अस्त होने के बाद करीब 16 घंटे की रात रहेगी। 

ठंड बढ़ जाएगी

Winter solstice के बाद से ही ठंड काफी हद तक बढ़ जाती है। Winter solstice होने के बाद पृथ्वी पर चांद की रोशनी ज्यादा समय तक रहने लगती है। वहीं, सूरज की रोशनी बहुत कम वक्त तक पृथ्वी पर रह पाती है। इसके साथ ही सूर्योदय और सूर्यास्त का सही वक्त टाइम जोन और भौगोलिक स्थिति पर भी आधारित रहता है। 

Scientific reason of winter solstice

Winter solstice होने का कारण ये है  कि जब पृथ्वी अपने घूर्णन के अक्ष पर करीब 23.5 डिग्री झुक गई होती है। इसी झुकाव की वजह से प्रत्येक गोलार्ध को पूरे साल अलग-अलग मात्रा में सूरज की रोशनी मिलती होती है। 

jupiter and saturn conjunction 2020 

इसके साथ ही आपको बता दें कि साल 2020 बस कुछ ही दिनों में खत्म होने वाला है। इस साल का स्वागत कोरोना महामारी ने किया। इसके बाद लोगों ने उस स्थिती का सामना किया जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। अब 2020 बस खत्म होने वाला है। इस साल खगोलीय घटनाएं भी काफी बढ़ी दिखी। कई बार दुनिया के खत्म होने की अफवाह भी उठी। इसी बीच आज (21 दिसंबर) को लगभग 400 साल बाद आसमान में एक खगोलीय घटना का अद्भुत नजारा दिखने वाला है। 21 दिसम्बर की शाम को सूरज के विदा होते ही पश्चिमी आकाश में बृहस्पति-शनि और चंद्रमा को त्रिकोण नजारा दिखने वाला है। आसान शब्दों में कहे तो 21 दिसम्बर (आज) की शाम को गुरु और शनि ग्रह (Jupiter, Saturn) का मिलन होगा और इस अवसर को खास बनाने के लिए आसमान में चांद भी उपस्थित रहेगा। विज्ञान प्रसारक सारिका घारू की मानें तो इस दर्शन को खाली आंखों से देखा जा सकता है। 

विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि, 400 साल बाद बृहस्पति और शनि का इतने नज़दीक होने वाले हैं। ठीक उनके सामने 13 प्रतिशत आकार में हंसियाकार क्रिसेंट मून आसमान में देखा जा सकेगा। अगर आप इसे टेलिस्कोप से साफ देख सकते हैं। कल आसमान में एक ही एक ही व्यूसाइड पर तीन खगोलीय पिंड होंगे। बृहस्पति के साथ उसके चार बड़े मून दिखेंगे, तो वहीं शनि अपने रिंग के साथ दिखने वाला है। आसमान में चंद्रमा के क्रेटर को भी दिखेगा। सारिका घारू ने बताया कि अगर आपको भी ग्रेट कंजक्शन देखना है तो आपको सही समय का ध्यान रखना होगा। पश्चिम दिशा में शाम के 6.30 तक इस खगोलीय घटना को देखा जा सकता है।






 

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