World Day of War Orphans 2025: विश्व युद्ध अनाथ दिवस हर साल 6 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन उन बच्चों को समर्पित है जिन्होंने युद्धों के कारण अपने माता-पिता को खो दिया और अनाथ हो गए। इस दिन का उद्देश्य युद्धग्रस्त क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों की पीड़ा को उजागर करना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास थीम और महत्व
विश्व युद्ध अनाथ दिवस की शुरुआत फ्रांस के एक संगठन द्वारा की गई थी। जिसका उद्देश्य युद्ध के कारण अनाथ हुए बच्चों की मदद करना था। यह दिन पहली बार उन बच्चों की दुर्दशा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मनाया गया। जो हिंसा, युद्ध और संघर्ष के कारण मानसिक और शारीरिक पीड़ा झेलते हैं। इस दिन के माध्यम से वैश्विक समुदाय को यह याद दिलाना है कि युद्ध का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव बच्चों पर पड़ता है।
विश्व युद्ध अनाथ दिवस का महत्व उन बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना है, जो युद्ध और संघर्ष के कारण अनाथ हो गए हैं। यह दिन हमें उनके पुनर्वास, शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करता है। युद्ध के कारण अनाथ बच्चों को सुरक्षा, शिक्षा, और प्यार की आवश्यकता होती है ताकि वे एक सामान्य जीवन जी सकें। यह दिन हमें यह भी सिखाता है कि हम सभी को एक शांतिपूर्ण समाज की स्थापना के लिए प्रयास करना चाहिए, जहां कोई भी बच्चा अपने माता-पिता को युद्ध के कारण न खोए। इस दिन कई कार्यक्रम और अभियान चलाए जाते हैं। इस दिन लोगों को जागरुक किया जाता है कि बच्चों की हर तरह से मदद की जा सके।
विश्व युद्ध अनाथ दिवस की हर साल कोई न कोई थीम होती है। बच्चों के अधिकारों, शिक्षा, और उनके पुनर्वास जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। इस थीम का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और सरकारों, संगठनों तथा आम जनता को इन बच्चों के लिए समर्थन और सहयोग करने के लिए प्रेरित करना है।
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